Homeपरिदृश्यटॉप स्टोरीआज बारी मोदी की...पुराण और नेहरू की किताब से राहुल को करारा...

आज बारी मोदी की…पुराण और नेहरू की किताब से राहुल को करारा जवाब…

spot_img

नई दिल्ली (गणतंत्र भारत के लिए न्यूज़ डेस्क ) :  लोकसभा में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बारी थी और वे वहां जमकर बैटिंग करने से नहीं चूके। भाषण जज्बाती ज्यादा था लेकिन मुद्दा भी जज्बात से ही जुड़ा था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी सदन में मौजूद नहीं थे लेकिन प्रधानमंत्री के तीखे शब्दबाण के केंद्र में वे ही थे। प्रधानमंत्री ने भारत के एक राष्ट्रीयता पर  राहुल गांधी के सवालों के जवाब में उन्हें खुद ही कठघरे में खड़ा कर दिया। प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी के सवालों के जवाब की दलीलें देते हुए विष्णु पुराण से लेकर पंडित जवाहर लाल नेहरू की किताब भारत एक खोज से ही उद्धरण सामने रखे।

राहुल गांधी ने क्या कहा था
काग्रेस नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के दौरान कहा था कि संविधान में भारत को कहीं राष्ट्र नहीं माना गया है। उन्होंने कहा था कि भारत राज्यों का एक संघ है और आज संघवाद की उस मूल भावना पर चोट की जा रही है।

प्रधानमंत्री ने राहुल को कैसे दिया जवाब

प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी के सवालों के जवाब में दो उदाहरण दिए। पहला, पंडित जवाहर लाल नेहरू की किताब भारत एक खोज से लिया गया उद्धरण और दूसरा विष्णु पुराण में वर्णित भारत की परिकल्पना को सामने रख कर।

प्रधानमंत्री ने कहा कि, सदन में राष्ट्र को लेकर बातें हुईं। ये बातें हैरान करने वाली हैं। मैं अपनी बात रखने से पहले एक बात दोहराना चाहता हूं और मैं कोट कर रहा हूं, ‘ये जानकारी बेहद हैरत में डालने वाली है कि बंगाली, मराठी, गुजराती, तमिल, आंध्र, उड़िया, असमी, कन्नड़, मलयालयी, सिंधी, पंजाबी, पठान, कश्मीरी, राजपूत और हिंदुस्तानी भाषा भाषी जनता से बसा हुआ विशाल मध्य भाग कैसे सैकड़ों वर्षों से अपनी अलग पहचान बनाए है। इसके बावजूद इन सबके गुण-दोष कमोबेश एक से हैं। इसकी जानकारी पुरानी परंपरा और अभिलेखों से मिलती है। साथ ही, इस पूरे कालखंड में वे स्पष्ट रूप से ऐसे भारतीय बने रहे जिनकी राष्ट्रीय विरासत एक ही थी और उनकी नैतिक और मानसिक विशेषताएं भी समान थीं।‘ प्रधानमंत्री ने कहा कि,  ‘हम भारतीयों की विशेषता बताते हुए इस कोटेशन में दो शब्द गौर करने वाले हैं, राष्ट्रीय विरासत। ये कोट पंडित नेहरू जी का है। ये बात कही थी नेहरू जी ने और उनकी किताब ‘भारत की खोज’ में है। हमारी राष्ट्रीय विरासत एक है, हमारी नैतिक और मानसिक विशेषताएं एक है। क्या बिना राष्ट्र के ये संभव है ?  उन्होंने कहा कि, इस सदन का ये कहकर भी अपमान किया गया कि हमारे संविधान में राष्ट्र शब्द नहीं आता।

प्रधानमंत्री ने पंडित जवाहर लाल नेहरू के एक और बयान का जिक्र किया। पंडित नेहरू ने कहा था कि, ‘एक क्षण आता है, मगर इतिहास में विरल ही आता है जब हम पुराने से बाहर निकलकर नए युग में कदम रखते हैं। जब एक युग समाप्त हो जाता है, जब एक देश की लंबे समय से दबी हुई आत्मा मुक्त होती है।’ प्रधानमंत्री ने पंडित नेहरू के इस बयान में भी भारत के राष्ट्रवाद की जड़ों को तलाशने की कोशिश की।

विष्णु पुराण और सुब्रमणियम भारती का उल्लेख

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय राष्ट्रवाद की जड़ों का जिक्र करते हुए शास्त्रीय ग्रंथो का उदाहरण भी दिया। उन्होंने कहा कि ‘राष्ट्र कोई सत्ता या सरकार की व्यवस्था नहीं है। हमारे लिए राष्ट्र एक जीवित आत्मा है। हजारों साल से देशवासी इस राष्ट्र से जुड़े हुए हैं। हमारे यहां विष्णु पुराण में कहा गया है,  ‘उत्तरं यत् समुद्रस्य हिमाद्रेश्चैव दक्षिणम्। वर्षं तद् भारतं नाम भारती यत्र सन्ततिः। यानी समुद्र के उत्तर में और हिमालय के दक्षिण में जो देश है, उसे भारत कहते हैं तथा उसकी संतानों को भारती कहते हैं।’

प्रधानमंत्री ने तमिल भाषा के महाकवि और स्वतंत्रता सेनानी सुब्रमण्यन भारती के कथन का भी जिक्र किया और फिर उसका हिंदी अर्थ बताया। पीएम ने इसका भावार्थ बताते हुए कहा कि, ‘सम्मानित जो सकल विश्व में, महिमा जिनकी बहुत रही है। अमर ग्रंथ वे सभी हमारे, उपनिषदों का देश यही है। गाएंगे यश हम सब इसका, यह है स्वर्णिम देश हमारा। आगे कौन जगत में हमसे, यह है भारत देश हमारा।’

मोदी के तीखे और तल्ख शब्दबाण  

भारत की राष्ट्रीयता पर उठे सवालों के जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आक्रामक शैली में कांग्रेस पर हमले किए। उन्होंने  राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन पर आरोप लगाया कि उनके बयानों में विभाजनकारी ताकतों को भड़काने की बू आती है। नरेंद्र मोदी  ने चेतावनी दी कि इतिहास में जिसने भी भारत को नुकसान पहुंचाना चाहा, उसने कुछ-न-कुछ जरूर खोया है जबकि भारत अजर-अमर है और आगे भी रहेगा।

फोटो सौजन्य- सोशल मीडिया

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -spot_img

Most Popular

- Advertisment -spot_img

Recent Comments