कानपुर (गणतंत्र भारत के लिए न्यूज़ डेस्क) : उत्तर प्रदेश के कानपुर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के तुरंत बाद परेड, नई सड़क और यतीमखाना समेत कई इलाकों में हिंसा भड़क गई। जुमे की नमाज के बाद दो समुदायों के सदस्य आमने-सामने आ गए और उन्होंने एक-दूसरे पर ईंटों से पथराव करर दिया। एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि हालात को कंट्रोल कर लिया गया है। इस मामले में अब तक 18 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
क्यों भड़की हिंसा ?
बताया जा रहा है कि, हाल ही में बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा की ओर से पैगम्बर साहब को लेकर एक बयान दिया गया था। टीवी चैनल पर बहस के दौरान दिए गए उनके उस बयान को विवादित बताया गया था जिस पर मुस्लिम पक्ष में भारी नाराजगी थी। जुमे की नमाज कुछ लोंगों ने दुकानें बंद करने का ऐलान किया था। गुरुवार से इलाके में पोस्टर लगाकर दुकानें बंद करने की अपील की जा रही थी। जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग बाहर निकले और यतीमखाना इलाके में स्थित सभी दुकानों को बंद करवाने लगे। बताया जा रहा है कि दूसरे समुदाय के दुकानदारों ने ऐसा करने से मना कर दिया था। जिसके बाद कहासुनी हुई और देखते ही देखते विवाद पथराव में बदल गया। बाद में हिंसा परेड, नई सड़क और यतीमखाना समेत कई इलाकों में हिंसा फैल गई।
एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि हालात को कंट्रोल कर लिया गया है। इस मामले में अब तक 18 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। उन्होंने कहा कि आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तरह कार्रवाई होगी। डीएम नेहा शर्मा ने कहा है कि, लॉ -आर्डर का इश्यू हुआ है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। बीच में पत्थरबाजी हुई थी, लेकिन अब मौके पर पुलिस बल मौजूद है।