नई दिल्ली (गणतंत्र भारत के लिए न्यूज़ डेस्क): गीतिका श्रीवास्तव, पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग को संभालने वाली भारतीय विदेश सेवा की पहली अधिकारी होंगी। गीतिका 2005 बैच की भारतीय विदेश सेवा की अधिकारी हैं। वे इस्लामाबाद में डॉ. एम सुरेश कुमार की जगह लेंगी।
गीतिका श्रीवास्तव को इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में चार्ज डि अफेयर्स बनाया गया है यानी उनके पास वहां भारतीय उच्चायोग का प्रभार होगा। इस्लामाबाद में भारत के अंतिम उच्चायुक्त अजय बिसारिया थे जिन्हें 2019 में जम्मू-कश्मीर में धारा 370 रद्द होने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने की स्थिति में नई दिल्ली ने वापस बुला लिया था। तबसे भारत और पाकिस्तान दोनों ही देशों ने एकदूसरे के यहां अपने उच्चायुक्तों की तैनाती नहीं की है। गीतिका जल्दी ही इस्लामाबाद में अपना कार्यभार संभाल लेंगी।
आपको बता दें कि, भारत और पाकिस्तान के बीच इन दिनों डिप्लोमेटिक रिश्तों में खटास बनी हुई है और उच्यायुक्त न होने की स्थिति में सर्वोच्च रैंकिंग वाला राजनयिक चार्ज डि अफेसर्स ही होता है। ये पद संयुक्त सचिव-रैंक के अफसर के बराबर का होता है।
गीतिका श्रीवास्तव की नियुक्ति क्यों है खास ?
पाकिस्तान के भारतीय उच्चायोग में गीतिका श्रीवास्तव की मिशन प्रमुख के तौर पर तैनाती कई मायनों में महत्वपूर्ण है। सबसे पहला, वे इस पद पर नियुक्त होने वाली पहली भारतीय महिला हैं। पहले भी महिला राजनयिकों को पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात किया गया लेकिन इस पद पर नहीं।
दूसरा, जम्मू-कश्मीर से धारा 370 के हटने के बाद भारत-पाकिस्तान के राजनयिक रिश्तों में तल्खी बनी हुई है। दोनों ही देशों ने आपसी राजनयिक रिश्तों में कमी लाते हुए अपने उच्चायोगों में कर्मचारियों की संख्या में कमी की है। ऐसे में गीतिका श्रीवास्तव को एक चुनौतीपूर्ण काम सौंपा गया है। उन पर दोनों देशों के रिश्तों पड़ी धूल को साफ करते हुए उसे पटरी पर लाने का जिम्मा भी होगा।
तीसरा, भारत सरकार ने कुछ साल पहले इस्लामाबाद स्थित भारतीय़ उच्यायोग में नियुक्ति को गैर पारिवारिक का दर्जा दिया था। इसका मतलब ये हुआ कि वहां के हालात सामान्य नहीं है। महिला अधिकारियों को वहां तैनात करने से परहेज किया जाता था। ऐसे में गीतिका श्रीवास्तव की तैनाती और वो भी मिशन प्रमुख के तौर एक बड़ी और चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी है।
पाकिस्तान में पहले राजनयिक के तौर पर 1947 में श्री प्रकाश को नियुक्त किया गया था, तब से लेकर अब तक हमेशा पुरुष ही पाकिस्तान में भारतीय राजनयिक बनते आए हैं।
गीतिका की राजनयिक यात्रा
गीतिका श्रीवास्तव अभी विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव के रूप में काम कर रही हैं और हिंद –प्रशांत प्रभाग को संभालती हैं। उन्होंने मंदारिन भाषा सीखी है, इसी कारण उन्होंने 2007-09 के दौरान चीन में भारतीय दूतावास में काम किया। वे पहले, कोलकाता में रीजनल पासपोर्ट ऑफिस और विदेश मंत्रालय में हिंद महासागर क्षेत्र प्रभाग के डायरेक्टर के रूप में भी काम कर चुकी हैं।
पाकिस्तान ने साद अहमद को चार्ज डि अफेसर्स बनाया
पाकिस्तान ने साद अहमद वाराइच को नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में नया चार्ज डि अफेसर्स बनाया है। वे सलमान शरीफ की जगह लेंगे जिन्हें पिछले महीने भारत से वापस बुला लिया गया था। साद संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी मिशन में काम कर चुके हैं।
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