नई दिल्ली (गणतंत्र भारत के लिए न्यूज़ डेस्क) : साफ सुथरी और ईमानदार राजनीति करने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनावों में सबसे ज्यादा अपराधियों को चुनाव मैदान में उतारा है। दूसरे नंबर पर कांग्रेस और तीसने स्थान पर भारतीय जनता पार्टी है।
आम आदमी पार्टी
आंकड़े एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स यानी एडीआर की रिपोर्ट के हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि, विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने जिन 70 उम्मीदवारौं को चुनाव मैदान में उतारा है उनमें से 44 यानी 63 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से 29 यानी कि 41 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
कांग्रेस
अपराधियों को मैदान में उतारने में कांग्रेस भी पीछे नहीं है। कांग्रेस ने 70 में से 29 ऐसे उम्मीदवारों को चुनावों में उतारा है जिनके खिलाफ आपाराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से 13 के खिलाफ गंभीर मामलों में रिपोर्ट दर्ज है।
भारतीय जनता पार्टी
तीसरे नंबर पर भारतीय जनता पार्टी है। बीजेपी ने 68 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं जिनमें से 20 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज है। इनमें से 9 के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामले में दर्ज हैं।
एडीआर की रिपोर्ट में बताया गया है कि विधानसभा चुनावों में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने कुल 699 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं जिनमें से 278 उम्मीदवार राष्ट्रीय पार्टिय़ों के हैं जबकि 29 राज्य स्तर के राजनीतिक दलों के हैं। 138 उम्मीदवार इंडिपेडेंट मैदान में है।
699 उम्मीदवारों में से 132 यानी 19 प्रतिशत के खिलाफ घोषित तौर पर आपराधिक मामले हैं। 2020 के दिल्ली चुनावों में कुल 672 उम्मीदवार मैदान में थे जिनमें से 133 यानी 20 प्रतिशत के खिलाफ आपाराधिक मामले थे।
2025 के चुनावों में 81 यानी 12 प्रतिशत कुल उम्मीदवारों पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज हैं जबकि 2020 के चुनावों में 104 यानी 15 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर किस्म के केस दर्ज थे।
हत्या, हत्य़ा के प्रय़ास जैसे मामले
आश्चर्यजनक बात तो ये हैं कि इनमें से 13 ऐसे उम्मीदवार हैं जिन पर महिलाओं के खिलाफ हिंसा, दो के खिलाफ हत्या और पांच के खिलाफ हत्या के प्रयास की धाराओं में मामले दर्ज हैं।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर चुनाव आयोग ने उम्मीदवारों से अपने आपराधिक रिकॉर्ड को आयोग के वेबसाइट पर डालने के आदेश के अनुपालन में इस तरह के आपराधिक रिकॉर्ड सामने आए हैं।
फोटो सौजन्य- सोशल मीडिया