पटना 06 अगस्त ( गणतंत्र भारत के लिए विज्ञप्ति ) : बिहार में मुख्यमंत्री अत्यंत पिछड़ा वर्ग सिविल सेवा प्रोत्साहन य़ोजना के अंतर्गत 2021 की बिहार लोकसेवा आयोग की संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा में कुल 37 अभ्यर्थी अंतिम रूप से चयनित हुए हैं। विभिन्न वर्षों के दौरान आयोजित इन परीक्षाओं में शीर्ष 60 सफल उम्मीदवारों में सदानंद कुमार (रैंक 8), मयंक प्रकाश ( रैंक 14), मिथिलेश कुमार ( रैंक 24) मो. मसरूर अख्तर ( रैंक 25) विनय कुनार (रैंक 59 ) शामिल रहे। कुल मिलाकर इस योजना से अब तक इस वर्ग के 71 अभ्यर्थिय़ों को लाभ मिल चुका है।
मुख्यमंत्री अत्यंत पिछड़ा वर्ग सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना एक मह्त्वाकांक्षी योजना है जिसका संचालन पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग करता है।
सभी सफल अभ्यर्थियों को उप मुख्यमंत्री (पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के मंत्री) तथा विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार ने बधाइयां एव शुभकामनाएं दी हैं।
इस योजना के अंतर्गत 2021 में 37, 2020 में 6, 2019 में 18 एवं 2018 में 10 अभ्यर्थियों का चय़न इस प्रतियोगिता परीक्षा में हुआ है।
मो. मसरूर अख्तर को वर्ष 2018 में प्रारंभिक परीक्षा में सफल होने के बाद विभाग से मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए 50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी गई।
आपको बता दें कि, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने वित्तीय वर्ष 2018- 19 में इस योजना को शुरू किया था। इसके अंतर्गत इस वर्ग के अभ्यर्थियों को बिहार लोकसेवा आयोग संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा एवं मुख्य परीक्षा देने के लिए सफल उम्मीदवारों को क्रम से 50 हजार एवं एक लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान किया गया है।
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