न्यूज़ डेस्क (गणतंत्र भारत) नई दिल्ली : क्या वास्तव में नरेंद्र मोदी के समर्थन में न्यूयॉर्क टाइम्स के प्रधान संपादक ने कोई लेख लिख है ? सोशल मीडिया पर जबरदस्त चर्चा है कि न्यूयॉर्क टाइम्स के प्रधान संपादक जोसेफ होप ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक कट्टर देशभक्त बताते हुए अखबार में एक लेख लिखा है।
फेसबुक और ट्विटर पर जमकर शेयर किए जा रहे इस मैसेज में बताया जा रहा है कि न्यूयॉर्क टाइम्स के एडिटर इन चीफ जोसेफ होप ने नरेंद्र मोदी के समर्थन में कई बातें लिखी हैं-
पहला, नरेंद्र मोदी का मकसद सिर्फ भारत को एक बेहतर देश बनाना है। अगर उन्हें रोका नहीं गया तो भविष्य में भारत दुनिया का सबसे ताकतवर देश बन जाएगा।
दूसरा, मोदी बेहद देशभक्त हैं जो अन्य देशों का इस्तेमाल भारत के हित में कर रहे हैं। मोदी पाकिस्तान और अफगानिस्तान से अमेरिका के संबंधों को बिगाड़ने में भी सफल रहे हैं।
तीसरा, मोदी के कारण ही महाशक्ति बनने का चीन का सपना चकनाचूर हो गया और दक्षिण एशियाई देशों में चीन का प्रभाव करने का श्रेय भी नरेंद्र मोदी को दिया जाना चाहिए।
अखबार में अनुच्छेद 370 को हटाने के लिए मोदी के साहस की तारीफ की गई है।
न्यूयॉर्क टाइम्स में छपे इस लेख में नरेंद्र मोदी को मौजूदा दौर में एक वैश्विक नेता के तौर पर प्रस्तुत किया गाय है
सोशल मीडिया पर इन दावों को पुख्ता करने के लिए लेख का एक स्र्कीन शॉट भी दिखाया जा रहा है।
लेख पर शक
दरअसल, स्क्रीन शॉट में दिखाए गए लेख में अंग्रेजी के व्याकरण की बहुत सी गलतियां थीं जो न्यूयॉर्क टाइम्स जैसे अखबार और उसके प्रधान संपादक से अपेक्षित नहीं हो सकती थीं। बस,यहीं से इस लेख के बारे में संदेह पैदा हुआ। साथ ही लेख का कोई लिंक पाठकों से साझा नहीं किया गया था।
इसके अलावा, न्यूयॉर्क टाइम्स की वेबसाइट की पड़ताल की गई तो पता चला कि अखबार में जोसेफ होप नाम के कोई संपादक नहीं है। मौजूदा समय में, न्यूयॉर्क टाइम्स के एग्जीक्यूटिव एडिटर डीन बकेट हैं। अखबार में फिलहाल एडिटर इन चीफ जैसा कोई पद नहीं है।
क्य़ा कहा न्यूयॉर्क टाइम्स ने
इस लेख में छपे तथ्य़ों को पुष्ट करने के लिए न्यूयॉर्क टाइम्स की वेबसाइट के ऑवर पीपुल सेक्शन को भी खंगाला गया लेकिन इसमें जोसेफ होप नाम के किसी भी शख्स का कोई उल्लेख नहीं है। इस सेक्शन में न्यूयॉर्क टाइम्स से जुड़े सभी कर्मचारियों की फोटो और विवरण होते हैं।
एक न्यूज़ वेबसाइट ने इस बारें में न्यूयॉर्क टाइम्स से उसका पक्ष जानना चाहा। अखबार की तरफ से वाइस प्रेसेंट (कम्युनिकेशंस) डेनियल ने स्पष्ट किया कि मौजूदा समय में अखबार के एडिटर डीन बकेट हैं और उन्होंने ऐसा कोई लेख नहीं लिखा है। उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि उनके अखबार में जोसेफ होप नाम का कोई भी कर्मचारी नहीं है।
फोटो सौजन्य- सोशल मीडिया