देहरादून, 22 सितंबर (गणतंत्र भारत के लिए प्रखर मिश्र ) : उत्तराखंड विधानसभा सचिवालय़ में हुई नियुक्तियों का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जांच के दायरे में राज्य गठन से लेकर वर्ष 2021 तक हुई सभी 480 नियुक्तियां शामिल हैं। अगर जांच तेजी के साथ हुई तो नियुक्तियों में गड़बड़ी के इस मामले में जल्द ही तस्वीर साफ हो जाएगी। सूत्रों के अनुसार प्रकरण की जांच कर रही विशेषज्ञ समिति ने अपनी अंतरिम रिपोर्ट को अंतिम रूप दे दिया है।
मामले ने चौथी विधानसभा के कार्यकाल में पिछले वर्ष विधानसभा सचिवालय में हुई 72 तदर्थ नियुक्तियों के मामले से तूल पकड़ा। बाद में जांच के दायरे में राज्य गठन से लेकर वर्ष 2021 तक हुई सभी 480 नियुक्तियों को शामिल कर लिया गया। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण के अपने विधानसभा क्षेत्र कोटद्वार से लौटने के बाद समिति उन्हें रिपोर्ट सौंप सकती है।
विधानसभा अध्यक्ष ने बीती तीन सितंबर को भर्ती प्रकरण की जांच के लिए सेवानिवृत्त आइएएस डीके कोटिया की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय विशेषज्ञ समिति गठित कर दी थी। इसी दिन से समिति जांच में जुटी हुई है। जांच के दायरे में अंतरिम विधानसभा से लेकर चौथी विधानसभा तक के कार्यकाल में हुई सभी नियुक्तियों को लिया गया है।
विशेषज्ञ समिति को मामले की जांच दो चरणों में करनी है और एक महीने के भीतक अपनी रिपोर्ट विधानसभा अध्यक्ष को सौंपनी है। प्रथम चरण में वर्ष 2012 से 2021 तक हुई 222 नियुक्तियों को नियम कानूनों की कसौटी पर जांचा-परखा जा रहा है।
असल में वर्ष 2011 में विधानसभा में नियुक्तियों के लिए उत्तराखंड विधानसभा सचिवालय सेवा नियमावली अस्तित्व में आई, जो वर्ष 2012 से लागू हुई। इस दौरान कांग्रेस के शासनकाल में 150 और बीजेपी के शासनकाल में 72 नियुक्तियां की गईं। द्वितीय चरण में अंतरिम विधानसभा से 2011 तक हुई कुल 258 नियुक्तियों को नियमों की कसौटी पर परखा जाएगा। तब उत्तर प्रदेश की नियमावली के अनुसार नियुक्तियां हुई थीं।
आपको बता दें कि, प्रकाश पंत के विधानसभा अध्यक्ष रहते हुए 98, यशपाल आर्य के समय में 105, हरबंश कपूर के समय में 55, गोविंद सिंह कुंजवार के वक्त में 150 और प्रेमचंद अग्रवाल के समय़ में 72 नियुक्तियां विधानसभा सचिवालय़ में की गईं।
पत्रावलियों की गहरी छानबीन
तीन सितंबर को समिति गठन के साथ ही मामले की तेजी से जांच की जा रही है। नियुक्तियों से संबंधित पत्रावलियों को खंगाला जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि समिति ने विधानसभा सचिवालय से नियुक्ति से संबंधित सभी पत्रावलियां तलब कर एक-एक फाइल को खंगाल लिया है। इसके साथ ही प्रकरण की अंतरिम जांच रिपोर्ट को भी करीब-करीब अंतिम रूप दिया जा चुका है। अब समिति विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण के देहरादून लौटने का इंतजार कर रही है। उनके देहरादून लौटते ही जांच रिपोर्ट उन्हें सौंप दी जाएगी।
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