नई दिल्ली ( गणतंत्र भारत के लिए सुहासिनी) : ब्रिटेन के प्रघानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भारत यात्रा के दौरान पहले चरण में गुजरात में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। ब्रिंटिश कंपनी जेसीबी के भारत स्थित उत्पादन इकाई का उद्घाटन किया और साबरमती आश्रम जाकर महात्मा गाधी को श्रद्दांजलि भी दी। गुजरात में हुए अपने स्वागत से अभिभूत होकर उन्होंने कहा कि मैं ऐसा महसूस कर रहा हूं कि जैसे मैं कोई सचिन तेंदुलकर और अमिताभ बच्चन हूं।
बोरिस ज़ॉनसन ने क्या कहा
मीडिया से बातचीत करते हुए बोरिस ज़ॉनसन ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मेरे ख़ास दोस्त हैं और मैं उनका शुक्रिया अदा करता हूं। मैंने यहां शानदार दो दिन बिताए। गुजरात दौरा करने वाला मैं पहला कंजर्वेटिव प्रधानमंत्री हूं जो प्रधानमंत्री मोदी का गृह राज्य है। उन्होंने आगे कहा कि, मेरा वहां भव्य स्वागत हुआ, मुझे सचिन तेंदुलकर जैसा महसूस हुआ। अमिताभ बच्चन की तरह मेरा चेहरा हर जगह था।
विश्लेषक मानते हैं कि बोरिस जॉनसन ने आभार जताने के लिए जिन दो प्रतीकों का चुनाव किया उनमें से एक सचिन तेंदुलकर क्रिकेट से संबंधित है जबकि दूसरा अमिताभ बच्चन फिल्म उद्योग से। दोनों ही भारत के महानायकों की श्रेणी में गिने जाते हैं और उनकी चाहत में करोड़ों दिल धड़कते हैं। बोरिस जॉनसन ने इन प्रतीकों के बहाने आभार जताने के लिए सर्वश्रेष्ठ शब्दों और प्रतीको का चयन किया।
ट्रंप, आबे और जिन पिन भी गुजरात के रास्ते दिल्ली आए
आपको बता दें कि, बोरिस जॉनसन से पहले भी कई देशों के नेता गुजरात का दौरा कर चुके हैं। 2020 में जब अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप गुजरात आए तब मोटेरा क्रिकेट स्टेडियम में नमस्ते ट्रंप कार्यक्रम के आयोजन के साथ रोड शो भी किया गया था। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंज़ो आबे ने भी अपनी भारत यात्रा गुजरात से ही शुरू की थी।
उनकी गुजरात यात्रा को उस वक्त विश्लेषकों ने बहुत महत्वपूर्ण बताया था क्योंकि तब गुजरात में 50 जापानी कंपनियां अपना कारोबार कर रही थीं। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग जब अपनी पत्नी के साथ 2014 में अहमदाबाद आए थे, तब साबरमती नदी के किनारे लोकसंगीत के साथ उनका भव्य स्वागत किया गया था।
अहमदाबाद के बाद दिल्ली
गुजरात की यात्रा के बाद बोरिस जॉनसन दिल्ली पहुंचे और यहां उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ रक्षा, व्यापार समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की। बोरिस जॉनसन ने कहा है कि उन्होंने भारत के साथ पांच क्षेत्रों (भूमि, समुद्र, वायु, अंतरिक्ष और साइबर) में अगली पीढ़ी के रक्षा सहयोग पर विस्तार से चर्चा की है। उन्होंने कहा है कि ये इसलिए ज़रूरी है क्योंकि दोनों देश नए और जटिल ख़तरों’ से जूझ रहे हैं।
द्विपक्षीय बैठक के बाद दोनों प्रधानमंत्रियों ने मीडिया को संबोधित किया। इस मौक़े पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि, पिछले साल हमने दोनों देशों के बीच विस्तृत सामरिक साझेदारी की बुनियाद तैयार की और मौजूदा दशक में दोनों देशों के संबंधों को दिशा देने वाले एक महत्वाकांक्षी रोडमैप 2030 को भी लॉंच किया था।
फोटो सौजन्य- सोशल मीडिया