कानपुर (गणतंत्र भारत के लिए न्यूज़ डेस्क) : उत्त्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आधित्यनाथ कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर दावा कुछ भी करें लेकिन राज्य में रोजाना होने वाली घटनाएं इशारा करती हैं कि प्रशासनिक मशीनरी पर किसी का कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। मुख्यमंत्री दावा कुछ करते हैं, अफसरों के आदेश कुछ और होते हैं और मातहत अपनी तरह से काम करते हैं। कानपुर में पुलिस बर्बरता का एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में एक शख्स ने बच्चे को गोद में उठा रखा है और पुलिस उस शख्स को बर्बरता से लाठियों से पीट रही है।
वीडियो करीब दो मिनट का है। वीडियो में देखा जा सकता है कि कई पुलिसकर्मी एक शख्स को पीट रहे हैं। इसके बाद वो उसे गाड़ी में बैठाते हैं। इसके बाद एक पुलिसकर्मी लाठी से बच्चे को गोदी में लिए हुए शख्स पर लाठी चलाता है। वीडियो में पीछे से लोगों की आवाज सुनी जा सकती है, जो कह रहे हैं कि बच्चे को लग जाएगी। शख्स जब भागने की कोशिश करता है तो पुलिसकर्मी उसे खींचकर पुलिस वाहन की तरफ लाता है। इसके बाद, पुलिसकर्मी बच्चे को जबरन खींचने की कोशिश करता है। वीडियो में बच्चे को रोता हुआ देखा जा सकता है।
जांच के आदेश
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस ने मामले पर अपनी सफाई पेश की और घटना की जांच के आदेश दे दिए। एडीजी कानपुर जोन को मामले की जांच करके उचित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस के बयान में कहा गया है कि, फौरी तौर पर देखने में लगता है कि, कुछ प्रदर्शनकारियों ने जिला अस्पताल की ओपीडी को बंद कर दिया था और उसकी सेवाओं को बाधित कर दिया था। पुलिस जब मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के अनुरोध पर व्यवस्था बहाल करने गई तो उस पर हमला किया गया। इसके बाद हल्का बल प्रयोग किया गया। हालांकि इसके कारण पुलिस की असंवेदनशीलता को न्यायोचित नही ठहराया जा सकता।
वरुण गांधी ने योगी सरकार को घेरा
पीलीभीत से बीजेपी सांसद, वरुण गांधी ने इस घटना पर तीथी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। एक ट्वीट में वरुण गाधी ने कहा कि, सशक्त कानून व्यवस्था वो है, जहां कमजोर से कमजोर व्यक्ति को न्याय मिल सके। सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कानून का भय हो, पुलिस का नहीं।
इससे पहले भी वरुण गांधी लखीम पुर खीरी की घटना और किसान आंदोलन को लेकर सरकार पर सवाल उठाते रहे हैं। उन्होंने खीरी की घटना के संदर्भ में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को भी मंत्रिपरिषद से हटाने की मांग की थी।
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