नई दिल्ली, 29 जुलाई 2022 (गणतंत्र भारत के लिए सुरेश उपाध्याय) अगर इस पहल का हश्र भी आम सरकारी योजनाओं जैसा ही न हो तो देश में किसानों और जैविक कृषि का खासा भला हो सकता है। किसानों को रासायनिक उर्वरकों से काफी हद तक निजात मिल सकती है। इससे जहां किसानों के खेती पर होने वाले खर्च में कमी आएगी, वहीं मिट्टी की सेहत भी बनी रहेगी। इस मकसद को हासिल करने के लिए सरकार ने पहली बार एक खास कंपनी की शुरुआत की है। इसे राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के तहत स्थापित किया गया है।
ये कंपनी किसानों को वैज्ञानिक तरीके से जैविक खाद प्रबंधन के गुर सिखाएगी। बताएगी कि इसे ज्यादा कारगर बनाने के लिए क्या किया जाए। इसके साथ ही ये किसानों को बायो गैस बनाने की नवीनतम तकनीक भी मुहैया कराएगी। इस कंपनी की शुरुआत के मौके पर केंद्रीय पशुपालन मंत्री संजय बालियान ने कहा कि इसका खास मकसद किसानों को जैविक खाद बनाने और इसके इस्तेमाल के लिए प्रेरित करना होगा। ये कंपनी गाय के गोबर से बने उत्पादों की बिक्री भी करेगी।
गौरतलब है कि सरकार ने जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हुई हैं, लेकिन अभी तक ऐसी समर्पित एजेंसी या कंपनी की कमी थी, जो किसानों को वैज्ञानिक तरीके से गुणवत्तापूर्ण जैविक खाद बनाने के गुर सिखा सके। भारत में हाल के सालों में किसान जैविक खेती की ओर आकृष्ट हो रहे हैं और इसका रकबा लगातार बढ़ रहा है। इससे रासायनिक उर्वरकों के इस्तेमाल में कमी आ रही है और किसानों का पैसा बच रहा है।
दुनिया में सबसे ज्यादा
जैविक खेती के मामले में हुए एक अध्ययन से पता चलता है कि दुनिया में इस तरह की खेती करने वाले सबसे ज्यादा किसान भारत में हैं। देश में ऐसी खेती का रकबा दुनिया में नौवें नंबर पर है। देश के एक राज्य सिक्किम को तो ऑर्गेनिक स्टेट का दर्जा भी मिल चुका है। राज्य में रासायनिक उर्वरकों या कीटनाशकों का खेती में प्रयोग नहीं होता। वर्ल्ड ऑफ ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में इस समय करीब नौ लाख किसान जैविक खेती कर रहे हैं। यह दुनिया में सबसे ज्यादा संख्या है। सरकार इन किसानों को सर्टिफाई कर चुकी है। हाल के सालों में जैविक खेती में आई तेजी के कारण भारत में अब करीब सवा 16 करोड़ हेक्टेयर से ज्यादा रकबे में जैविक खेती होने लगी है। रिपोर्ट बयान करती है कि इसकी वजह जैविक कृषि उत्पादों की बढ़ती मांग है।
इस समय दुनिया में करीब 27 लाख किसान जैविक खेती कर रहे हैं। इस मामले में भारत के बाद यूगांडा है। वहां करीब सवा दो लाख किसान जैविक खेती कर रहे हैं। इसके बाद मेक्सिको का नंबर आता है। वहां दो लाख से ज्यादा किसान पूरी तरह से जैविक खेती कर रहे हैं। दुनिया में अभी करीब 59.5 करोड़ हेक्टेयर भूमि पर ऑर्गेनिक खेती हो रही है।
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