नई दिल्ली (गणतंत्र भारत के लिए शोध डेस्क) : सुमन बेरी नीति आयोग के अगले उपाध्यक्ष होंगे। मौजूदा उपाध्यक्ष राजीव कुमार के अचानक इस्तीफा देने के बाद उनकी नियुक्ति की गई है। सुमन बेरी एक मई 2022 को अपना पदभार संभालेंगे। दुनिया और देश के सामने मौजूद हालात को देखते हुए सुमन बेरी के लिए उनके पदभार के साथ ढेरों चुनौतियां भी मौजूद होंगी।
सुमन बेरी ने अपने लेखों में कड़े लॉकडाउन लगाने को नुकसानदायक माना था और आगाह किया था कि अगर लॉकडाउन विवेकपूर्ण तरीके से न लगाया गया तो उसके नतीजे लंबे समय तक घातक साबित होंगे। इसके अलावा सुमन बेरी ने मुद्रास्फीति पर लगाम के लिए आरबीआई से कड़े कदम उठाने के लिए लगातार आग्रह किया है।
उन्होंने राजनीतिक अर्थव्यवस्था सुधार, वित्तीय क्षेत्र और बैंकिंग सुधार को लेकर काफी कुछ लिखा है। उन्होंने पब्लिक पॉलिसी की पढ़ाई प्रिंसटन स्कूल ऑफ पब्लिक एंड इंटरनेशनल अफेयर्स से की थी और उन्होंने ऑक्सफोर्ड युनिवर्सिटी से फिलॉसफी, राजनीति और अर्थशास्त्र की पढ़ाई भी की है।
कौन हैं सुमन बेरी?
अंतर्राष्ट्रीय अर्थशास्त्र और मौद्रिक नीति के विशेषज्ञ सुमन बेरी नई दिल्ली में सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च में सीनियर विजिटिंग फेलो हैं और ब्रुसेल्स स्थित थिंक टैंक ब्रूगल में नॉन-रेजिडेंट फेलो हैं।
2012 से लेकर 2016 के मध्य तक सुमन बेरी द हेग, नीदरलैंड में स्थित शेल इंटरनेशनल के मुख्य अर्थशास्त्री थे। वे वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक विकास पर रॉयल डच शेल के बोर्ड और प्रबंधन के सलाहकारों में शामिल रहे हैं।
सुमन ने इससे पहले नई दिल्ली में नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च के महानिदेशक (मुख्य कार्यकारी) के रूप में काम किया था। उन्होंने मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री रहते हुए उनकी आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य के रूप में भी काम किया था। वे भारत के सांख्यिकीय आयोग और भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति पर तकनीकी सलाहकार समिति में भी रह चुके हैं। सुमन वाशिंगटन डीसी में विश्व बैंक के साथ भी काम कर चुके हैं जिसे उन्होंने यंग प्रोफेशनल्स प्रोग्राम के माध्यम से जॉइन किया था। इस दौरान उन्होंने फाइनेंशियल सेक्टर के विकास में नीति और रणनीति पर शोध किया।
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