नई दिल्ली ( गणतंत्र भारत के लिए पीयूष धर द्विवेदी ):
अब जल्द ही मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात के जिलों में एक पायलेट प्रोजेक्ट शुरु दिया जा रहा है जिसके तहत किसान फोन पर ही मौसम की जानकारी ले सकेगें। किसान मौसम के अनुरूप खेती का कार्य कर सकेगें। फोन पर कृषि विशेषज्ञों से कर किसान मौसन का पूरा हाल जान पाएंगे कि कब बारिश होगी या कब नहीं। जानकारी के बाद किसान अपने खेत में बुआई, जुताई और कटाई कर सकेंगे।
हालांकि इस प्रोजेक्ट की शुरुआत कृषि मंत्रालय अगस्त के माहिने से करेगा, जिसके तहत ये प्रोजेक्ट तीन राज्य महाराष्ट्र, गुजरात और मध्यप्रदेश में शुरू करने जा रहा है। हालांकि इसके लिए केंद्र सरकार ने एक प्रमुख आईटी कंपनी के साथ करार भी किया है जो रोज़ाना मौसम की जानकारी किसानों को देगी। गौरतलब है कि मौजूदा समय में किसान मौसम से संबंधित कोई भी जानकारी ज़िला स्तर पर स्थापित किसान विज्ञान केंद्र से लेते हैं।
लेकिन ज़िला स्तर पर मौसम की सही और सटीक जानकारी दे पाना काफी मुश्किल होता है। किसानों को विज्ञान केंद्र द्वारा मौसम के बताए गए पूर्वानुमान से बुआई और कटाई करने से कई बार भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है जिसे ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है जिसके तहत कृषि मंत्रालय हर खेत पर मौसम की ताज़ा जानकारी देने के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरूआत करने जा रहा है। कृषि मंत्रालय के मुताबिक किसान को अपने खेत की जानकारी हासिल करने के लिए अपने खेत में ही खड़े होकर किसान विज्ञान केंद्र को फोन करना होगा।
जिओ टैग की मदद से फोन करते ही किसान की लोकेशन समेत अक्षांत और देक्षांतर की पूरी जानकारी पोर्टल में दिख जाएगी, जिसके बाद आईटी कंपनी उस खेत के किसान को मौसम की पूरी जानकारी देगी। किसान विज्ञान केंद्र में बैठे लोग लोकेशन के मुताबिक किसानों को मौसम संबंधी सभी जानकारी देगें। जाहिर है इस तकनीक की मदद से किसानों बेहतर उपज में काफी सहायता मिलेगी।