नई दिल्ली (गणतंत्र भारत के लिए लेखराज): अंतर्राष्ट्रीय पदक विजेता पहलवानों का धरना जंतर मंतर पर जारी है। धरना दे रही पहलवान विनेश फोगाट ने इस मामले पर भारतीय़ क्रिकेटरों की चुप्पी पर बहुत तीखे सवाल उठाए है।
क्रिकेटरों की चुप्पी पर सवाल
विनेश ने इंडियन एक्सप्रेस अखबार के साथ इंटरव्यू में कहा कि, ‘पूरा देश क्रिकेट की पूजा करता है लेकिन एक भी क्रिकेटर ने कुछ नहीं बोला। हम ये नहीं कर रहे हैं कि आप हमारे पक्ष में बोलें, लेकिन कम से कम आकर ये तो कहना चाहिए कि न्याय हो। इससे मुझे बहुत दुख होता है। चाहे वे क्रिकेटर हों, बैडमिंटन खिलाड़ी हों, एथलेक्टिस हों या फिर मुक्केबाज।
विनेश ने अमेरिका में 60 के दशक में हुए ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ आंदोलन जिक्र करते हुए कहा कि, ‘अमेरिका में ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ आंदोलन के दौरान दुनिया में ऐसे क्रिकेटर रहे जिन्होंने अपना समर्थन दिखाया था। क्या हम इस भी लायक नहीं हैं?’ उन्होंने कहा कि, ‘जब हम कुछ जीतते हैं तो आप हमें बधाई देने के लिए आगे आते हैं। यहां तक कि क्रिकेटर भी ऐसा होने पर ट्वीट करते हैं। अभी क्या हो गया? क्या आप सिस्टम से इतना डरते हैं? या हो सकता है कि वहां भी कुछ गड़बड़ चल रहा हो?’
कपिल देव, नीरज चोपड़ा और अभिनव बिंद्रा समर्थन में आए
इस बीच, ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा और अभिनव बिंद्रा, पहलवानों के समर्थन में खुल कर आ गए हैं। देश के महान क्रिकेटर कपिल देव ने भी पहलवानों का समर्थन किया है। कपिल देव ने अपने इंस्टाग्राम एकाउंट की स्टोरी में पहलवानों की एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है, ‘क्या इन्हें कभी इंसाफ़ मिल पाएगा?’ तस्वीर शेयर करते हुए कपिल देव ने इसे विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया को भी टैग किया है।
ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा भी पहलवानों का समर्थन कर चुके हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘ये देखकर मुझे बहुत दुख होता है कि हमारे एथलीट सड़कों पर न्याय मांग रहे हैं। उन्होंने हमारे महान देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए कड़ी मेहनत की और हमें गर्व का अनुभव कराया है।एक देश के तौर पर हम हर व्यक्ति के सम्मान की रक्षा के लिए ज़िम्मेदार हैं, फिर चाहे वह एथलीट हो या कोई भी।’
उन्होंने लिखा कि, ‘जो हो रहा है, वो नहीं होना चाहिए था। ये एक संवेदनशील मुद्दा है और इसे निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से निपटाया जाना चाहिए। न्याय सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।’
कई राजनेताओं ने भी जंतर-मंतर पर जाकर पहलवानों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया है। इनमें जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक और किसान नेता राकेश टिकैत शामिल हैं। इसके अलाव जंतर-मंतर पर आम लोग भी पहलवानों के समर्थन में पहुंचने लगे हैं।
सोशल मीडिय़ा पर अभियान
पहलवानों को सोशल मीडिया पर जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। ट्विटर पर आज एक तस्वीर साझा की जा रही है जो जंतर-मंतर पर लगाई गई है। इस तस्वीर में भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शऱण सिंह पर दर्ज 38 आपराधिक मामलों की सूची दिखाई गई है।
#जंतर_मंतर पर लगा आज ये पोस्टर काफी सुर्ख़ियॉं बटोर रहा है! क्या यूपी या क्राइम कवर करने वाले पत्रकार इसकी तस्दीक कर सकते हैं? क्या वाकई में सांसद #ब्रजभूषण_शरण_सिंह पर इतने मुकदमे चल रहे हैं? अगर 38 आपराधिक मामले माननीय
सांसद पर लंबित हैं तो क्या समझना चाहिये?… pic.twitter.com/XfqEQAI9t4— Sumit Awasthi (@awasthis) April 28, 2023
सोशल मीडिया पर उड़नपरी पीटी ऊषा के उस बयान का भी काफी विरोध किया जा रह है जिसमें उन्होंने पहलवानों के धरने को अनुशासनहीन हरकत बताया। इसके अलावा, बीजेपी मंत्री स्मृति ईरानी और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के खिलाफ भी तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। विभिन्न ट्वीट्स में स्मृति ईरानी की चुप्पी का मजाक उड़ाया जा रहा है और उम्मीद की गई है कि, कर्नाटक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कि खिलाफ राजनीतिक बयानबाजी का विरोध करने के अलावा वे पहलवानों के मुद्दे पर भी मुंह खोलेंगी।
आपको बता दें कि, पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शऱण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं और उन्हें पद से हटाने के अलावा उन पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
फोटो सौजन्य- सोशल मीडिया