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यूपी में माहौल न खराब हो इसलिए योगी ने दिए ये सख्त निर्देश

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लखनऊ (गणतंत्र भारत के लिए हरीश मिश्र ) : देश के कई राज्यों में रामनवमी पर हुई सांप्रदायिक हिंसा और हनुमान जयंती पर दिल्ली में जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश में प्रशसन को एलर्ट कर दिया गया है। मंडलायुकत से लेकर जिलाधिकारी एसपी सीओ और थानाध्यक्ष तक सभी  की छुट्टिय़ां 4 मई तक तत्काल प्रभाव से रद्द  कर दी गई हैं। जो लोग पहले से छुट्टी पर चल रहे हैं उन्हें भी 24 घंटे के भीतर वापस अपना कार्यभार संभालने को कहा गया है।

रमजान का महीना चल रहा है और संभव है कि ईद और अक्षय तृतीया का त्यौहार एक ही दिन पड़े। मुख्यमंत्री योगी आदित्यय नाथ ने इस सिलसिले में वीडियो कॉंफ्रेंसिग के जरिए जिलों के पुलिस प्रमुखों से चर्चा की और कानून – व्य़वस्था को लेकर निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने अपने आदेश में कहा कि, धर्म स्थलों पर माइक का इस्तेमाल किया जा सकता लेकिन ध्यान रखा जाए कि उसकी आवाज उस परिसर से बाहर न जाए। मुख्यमंत्री ने ये भी निर्देश दिया कि कोई भी धार्मिक जुलूस या शोभायात्रा बिना प्रशासन की मंजूरी के न निकाली जाए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि थानाध्यक्ष से लेकर एडीजी तक अगले 24 घंटे के भीतर अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं, समाज के अन्य लोगों के साथ संवाद कायम करें  ताकि आने वाले त्यौहारों खासकर ईद और अक्षय तृतीया में धार्मिक सौहार्द कायम रखा जा सके।

इस बारे में मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने एक ट्वीट भी किया जिसमें उन्होंने लिखा कि, आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व-त्यौहार हैं। ईद का त्यौहार और अक्षय तृतीया एक ही दिन होना संभावित है। ऐसे में वर्तमान परिवेश को देखते हुए पुलिस को अतिरिक्त संवेदनशील रहना होगा।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि, ध्यान रखा जाए कि, धार्मिक कार्यक्रम, पूजा-पाठ आदि निर्धारित स्थान पर ही हों। ये सुनिश्चित करें कि सड़क मार्ग, यातायात बाधित कर कोई धार्मिक आयोजन न हो। मुख्यमंत्री ने एक दूसरे ट्वीट में कहा कि, पुलिस  शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ कड़ाई से पेश आए। माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजकतत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाए। ऐसे लोगों के लिए सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए।

माइक की आवाज कम रखने के निर्देश

मुख्यमंत्री ने कहा कि, तहसीलदार, एसडीएम, थानाध्यक्ष अथवा सीओ आदि सभी अपनी तैनाती के क्षेत्र में ही रात्रि विश्राम करें। शासकीय आवास है तो वहां रहें अथवा किराए का आवास लें, लेकिन रात्रि में अपने ही क्षेत्र में रहें। इस व्यवस्था का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कई राज्यों में अजान के दौरान माइक के उपयोग को लेकर बवाल मचा। सभी को अपनी उपासना पद्धति को मानने की स्वतंत्रता है। माइक का प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन ये सुनिश्चित हो कि माइक की आवाज उस परिसर से बाहर न आए। अन्य लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। नए स्थलों पर माइक लगाने की अनुमति न दें।

शोभायात्रा या धार्मिक जुलूस बिना मंजूरी नहीं

एक और निर्देश में कहा गया है कि, कोई भी शोभायात्रा /धार्मिक जुलूस बिना विधिवत अनुमति के न निकाले जाएं। अनुमति से पूर्व आयोजकों से शांति-सौहार्द कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र लिया जाए। अनुमति केवल उन्हीं धार्मिक जुलूसों को दी जाए जो पारंपरिक हों  नए आयोजनों को अनावश्यक अनुमति न दी जाए।

फोटो सौजन्य- सोशल मीडिया

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